महाविद्यालय में प्राकू शास्त्री से शास्त्री तक की कक्षाएं हि.प्र. विश्वविद्यालय के नियमानुसार प्रारम्भ की
जा रही हैं।
प्रवेश हेतू पात्रता
- कोई भी छात्र जिसने किसी भी बोर्ड से 10वीं की परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की है, वह प्राक शास्त्री प्रथम वर्ष में प्रवेश पाने के लिए पात्र है।
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शास्त्री प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए 10 +2 /प्राक् शास्त्री - पास होना
अनिवार्य है।
- विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार प्रवेश की तिथि विलम्ब शुल्क देकर उस अवधि के भीतर भी
छात्र प्रवेश पा सकता है।
- प्रवेश के समय ही विद्यार्थी को रसीद लेकर सारे वार्षिक शुल्क (अपरिवर्तनीय या परिवर्तनीय ) उसी
समय जमा करने होंगे।
- प्रवेश के समय दो पासपोर्ट फोटो देने होंगे।
- विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश की निश्चित तिथि से महाविद्यालय में प्रवेश दिया जाएगा।
प्रवेश निरस्त एवं अवकाश सम्बन्धी नियम
- यदि कोई छात्र किसी अन्य संस्था में नियमित अध्ययन करता हुआ प्रमाणित होगा तो उसका प्रवेश
निरस्त कर दिया जाएगा।
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जो छात्र प्रवेश स्वीकृत हो ज़ाने पर प्रवेश सम्बन्धी औपचारिकताएं पूरी न करेगा, उसका प्रवेश
निरस्त किया जाएगा।
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यदि कोई विद्यार्थी कक्षा में दस दिनों तक निरन्तर उपस्थित नहीं रहता तो उसका नाम कक्षा की
सूची से काट दिया जाएगा। 'रेसे विद्यार्थी को 100 /- रुपये देकर पुन: प्राचार्य से प्रवेश की अनुमति.
मिल सकती !
है। दो बार नाम कट जाने पर 200 / — रुपये देकर पुनः प्रवेश की अनुमति प्राचार्य एवं प्रवेश समिति
करेगी।
- यदि किसी विद्यार्थी का कक्षा में तीन बार नाम कट जाता है तो उसे पुन: प्रवेश की अनुमति नहीं जाएगी।
- जो छात्र किसी आवश्यक कार्य या ब्लीमारी की स्थिति में अवकाश पर जाते हैं उन्हें अवकाश हेतु |
प्रार्थना -पत्र महाविद्यालय कार्यालय में देना होगा अन्यथा नियमानुसार दण्ड शुल्क देना पड़ेगा। तीन |
दिनों से अधिक बीमारी के अवकाश हेतु चिकित्साधिकारी का प्रमाण पत्र संलग्न करना आवश्यक |
है।
- एक ही कक्षा में दो बार अनुत्तीर्ण छात्र उस कक्षा में प्रवष्टि नहीं किया जाएगा।
- संस्कृत विषय के चारों पत्रों में अनुत्ती्ण छात्र को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
महाविद्यालयीय कक्षाएँ'
- प्राकू शास्त्री -प्रथम वर्ष (Annual system)
प्राकू शास्त्री - द्वितीय वर्ष (पुरानी प्रक्रिया वाला कोर्स )
- शास्त्री -प्रथम वर्ष
शास्त्री -द्वितीय वर्ष (Annual system) (वार्षिक प्रणाली)
शास्त्री -पन््चम /षष्ठ सत्र
- आचार्य-प्रथम वर्ष
आचार्य -द्वितीय वर्ष
प्रवेशार्थ आवश्यक योग्यता
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प्राकू शास्त्री -प्में प्रवेश हेतु योग्यता :
- हि.प्र. स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला अथवा मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण
- ऐसी परीक्षा उत्तीर्ण जिसे हि.प्र. विश्वविद्यालय ने मैट्रिक & समकक्ष माना हो
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शास्त्री प्रथम वर्ष में प्रवेशार्थ योग्यता :-
- हि.प्र, विश्वविद्यालय में प्राकू शास्त्री -प् परीक्षा उत्तीर्ण
- हि.प्र, स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से संस्कृत विषय सहित 10+2 परीक्षा उत्तीर्ण
- किसी भी संस्थान / विश्वविद्यालय से वह परीक्षा उत्तीर्ण जिसको हि.प्र. विश्वविद्यालय ने
प्राकू शास्त्री -प के समकक्ष माना हो
- चरित्र प्रमाण पत्र (मूल रूप में )
- विद्यालय / महाविद्यालय त्याग का प्रमाण पत्र (मूल रूप में )
- अनुसूचित जाति, जनजाति, ओ.बी.सी., आई.आर.डी.पी. आदि छात्रों से सम्बन्धित प्रमाण पत्र की सत्यापित 2 प्रतियाँ।
- नवीनतम फोटो (पासपोर्ट साईज तथा स्टैम्प साईज की दो ही प्रतियाँ )
- आधार कार्ड की एक छायाप्रति
प्रवेश के समय अपेक्षित प्रमाण - पत्र
- पूर्व उत्तीर्ण परीक्षाओं के विश्वविद्यालय अथवा मान्यता प्राप्त संस्था से प्राप्त प्रमाण -पत्र
- जन्म तिथि प्रमाण-पत्र (मैट्रिक या समकक्ष परीक्षा का प्रमाण -पृत्र) की प्रति
- चरित्र प्रमाण-पत्र (पूर्व संस्था के मुख्याध्यापक या प्राचार्य द्वारा
- दूसरे विश्वविद्यालय से सम्बन्ध छोड़कर हि.प्र. विश्वविद्यालय की परीक्षा में प्रवेश लेने के लिए निष्क्रमण प्रमाण-पत्र (माईग्रेशन सर्टिफिकेट )
- सक्षम अधिकारी द्वारा प्रदत्त अनुसूचित जाति, जनजाति, आई.आर, डी.पी., अन्त्योदय परिवार से सम्बन्धित छात्रों को सपना शपथ - पत्र अधिवास (डोमिसाइल ) पत्र भी प्रस्तुत करना होगा
- क्रीड़ा आदि पाप्ति करा परसाण- पत्र (यदि कोई हो )।
- प्रमाण -पत्रों की सत्यापित प्रतियां एवं पासपोर्ट साईज की दो फोटो साथ लाएं।
- आधार फार्ड की छाया - प्रति आवश्यक रूप से प्रवेश फार्म के साथ लगाएं।